सोहन हलुआ का अर्थ
[ sohen heluaa ]
सोहन हलुआ उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञाउदाहरण वाक्य
- गरम पनुए रस में जो मजा था वह अब अंगूर , खीर और सोहन हलुआ में भी नहीं मिलता।
- और यह बात सही भी है , हर जगह अपनी खासियत लिए होती है जैसे जोधपुर की मावे की कचौरी , बीकानेर की भुजिया , रसगुल् ले , अजमेर का सोहन हलुआ , ब् यावर की लिपट्टी , उदयपुर के लकड़ी के खिलौने , नागौर की जूतियाँ , जैसलमेर की पट्टू शॉल , इलाहाबाद के अमरूद , आगरे का पेठा , दिल् ली का करांची हलुआ और जयपुर की पाव भर रूई की रजाई जो जयपुरी रजाईयों के नाम से दुनिया भर में प्रसिद्ध है।